लखनऊ : प्रेरणा इंसान को कहाँ से मिल जाए, कब मिल जाए कोई पता नहीं होता है. लेकिन इंसान को प्रेरणा बहुत कुछ करवा देती है जो उसे उस काम को करने में अहम भूमिका निभाती है. मुख्यमंत्री योगी से प्रेरणा लेकर छोटी बच्ची को गोद में उठाये कोरोना से जंग को उतरी महिला सिपाही. कोरोना फाईटर्स की हम लगातार बात करते आ रहे है जो जान जोखिम में डाल कर, तपती गर्मी में लोगों को बचाने के लिए उतरे हैं l इन्हें अपनी चिन्ता नही बल्कि चिन्ता है समाज को इस महामारी से बचाने की. लोग लॉक डाउन का कैसे पालन करें इसकी चिन्ता में दिन रात एक किये हुए हैं. बाराबंकी से पुलिस की एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जो पुलिसकर्मियों का सम्मान बढ़ा देती है.
सड़क पर लॉक डाउन का पालन करवाने का काम रही महिला पुलिसकर्मी अपनी छोटी सी बच्ची को गोद में उठाये ड्यूटी करती नज़र आई. इस महिला ने बताया कि जब हमारे मुख्यमंत्री अपने पिता के अन्तिम संस्कार में अपनी जिम्मेदारियों की वजह से शामिल नही हो सकते तो हम तो पुलिसकर्मी है हम अपनी बच्ची की देखरेख के बहाने घर कैसे बैठ जायें. देखा जाए तो वाकई में ये कोरोना योद्धा हैं.वैसे तो आम जनमानस की नज़र में पुलिस कर्मियों की छवि अच्छी नही होती मगर बाराबंकी में जो दिखा वह पुलिसकर्मियों का आम जनता में सम्मान बढ़ाने वाले था. यहाँ मुख्यालय पर लॉक डाउन का पालन कराने के लिए ड्यूटी पर लगाई गई महिला पुलिसकर्मी गोद में छोटी बच्ची को लेकर अपना फर्ज निभाती नजर आयी. अपनी बच्ची की देखरेख के लिए उसने छुट्टी नही ली बल्कि जब मुख्यमंत्री योगी अपनी जिम्मेदारियों के लिए अपने पिता की अन्त्येष्टि में शामिल नही हुए तो इसे भी अपना फर्ज याद आया और अपनी छोटी सी बच्ची को गोद में उठाकर अपनी जिम्मेदारियों को निभाने चल पड़ी. पुलिस की ड्यूटी ऐसे समय पर अहम हो जाती है ऐसे में ऐसे काम काफी प्रेरणा देते हैं समाज में.बच्ची को लेकर ड्यूटी कर रही महिला पुलिसकर्मी प्रीती तिवारी ने बताया कि वह महिला थाने पर तैनात है और उसकी छोटी सी बच्ची को देखने वाला दूसरा कोई नही है लेकिन जब हमारे मुख्यमंत्री अपने पिता के अन्तिम संस्कार में अपना फर्ज निभाने की वजह से शामिल नही होते है तो हम तो छोटे से पुलिसकर्मी है और हमारी जिम्मेदारी उनके मुकाबले काफी कम है तो हम अपना फर्ज निभाने के लिए अपनी बच्ची का बहाना कैसे करें .इसी बात से प्रेरणा लेकर वह अपनी छोटी बच्ची को साथ में लेकर अपना कर्तव्य निभा रही है
सड़क पर लॉक डाउन का पालन करवाने का काम रही महिला पुलिसकर्मी अपनी छोटी सी बच्ची को गोद में उठाये ड्यूटी करती नज़र आई. इस महिला ने बताया कि जब हमारे मुख्यमंत्री अपने पिता के अन्तिम संस्कार में अपनी जिम्मेदारियों की वजह से शामिल नही हो सकते तो हम तो पुलिसकर्मी है हम अपनी बच्ची की देखरेख के बहाने घर कैसे बैठ जायें. देखा जाए तो वाकई में ये कोरोना योद्धा हैं.वैसे तो आम जनमानस की नज़र में पुलिस कर्मियों की छवि अच्छी नही होती मगर बाराबंकी में जो दिखा वह पुलिसकर्मियों का आम जनता में सम्मान बढ़ाने वाले था. यहाँ मुख्यालय पर लॉक डाउन का पालन कराने के लिए ड्यूटी पर लगाई गई महिला पुलिसकर्मी गोद में छोटी बच्ची को लेकर अपना फर्ज निभाती नजर आयी. अपनी बच्ची की देखरेख के लिए उसने छुट्टी नही ली बल्कि जब मुख्यमंत्री योगी अपनी जिम्मेदारियों के लिए अपने पिता की अन्त्येष्टि में शामिल नही हुए तो इसे भी अपना फर्ज याद आया और अपनी छोटी सी बच्ची को गोद में उठाकर अपनी जिम्मेदारियों को निभाने चल पड़ी. पुलिस की ड्यूटी ऐसे समय पर अहम हो जाती है ऐसे में ऐसे काम काफी प्रेरणा देते हैं समाज में.बच्ची को लेकर ड्यूटी कर रही महिला पुलिसकर्मी प्रीती तिवारी ने बताया कि वह महिला थाने पर तैनात है और उसकी छोटी सी बच्ची को देखने वाला दूसरा कोई नही है लेकिन जब हमारे मुख्यमंत्री अपने पिता के अन्तिम संस्कार में अपना फर्ज निभाने की वजह से शामिल नही होते है तो हम तो छोटे से पुलिसकर्मी है और हमारी जिम्मेदारी उनके मुकाबले काफी कम है तो हम अपना फर्ज निभाने के लिए अपनी बच्ची का बहाना कैसे करें .इसी बात से प्रेरणा लेकर वह अपनी छोटी बच्ची को साथ में लेकर अपना कर्तव्य निभा रही है
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