देहरादून: केदारनाथ धाम सबसे बड़े तीर्थ धाम में से एक स्थान. भगवान केदारनाथ के कपाट आज 6 बजकर 10 मिनट ओर मेष लग्न में खुल गए है. धाम में अब छह माह तक पूजा होती रहेगी। इस बार श्रद्धालु नहीं थे. कपाट खुलने के दौरान धाम सीमित लोग ही मौजूद रहे. इस बार धाम में मुख्य पुजारी समेत केवल 15 लोग ही मौजूद थे. जो नियमित रूप से पूजा, अर्चना करते करेंगे.
ऐसे होती है पूजा-
ऐसे होती है पूजा-
पहले भैरवनाथ मंदिर में पूजा होती है। भैरव बाबा का आह्वान
कपाट खुलने से पहले होता है, भगवान भैरवनाथ का आह्वान
पुजारी द्वारा अराध्य का श्रृंगार किया जाता है. इसके बाद उनकी अलग-अलग आरती कर भोग लगाया जाता है. बताया जाता है कि भगवान भैरवनाथ से बाबा केदार की यात्रा के सकुशल संचालन व सुख-समृद्धि की मनौति मांगी जाती है. वे, पूरे क्षेत्र के क्षेत्रपाल हैं, इसलिए सर्वप्रथम उनका आह्वान किया जाता है पूजा में.धाम की पूजाएं ये होती हैं ये-धाम में पूजाओं के क्रम में प्रात:कालिक पूजा, महाभिषेक पूजा, अभिषेक, लघु रुद्राभिषेक, षोडशोपचार पूजन, अष्टोपचार पूजन, सम्पूर्ण आरती, पाण्डव पूजा, गणेश पूजा, श्री भैरव पूजा, पार्वती जी की पूजा, शिव सहस्त्रनाम आदि प्रमुख हैं.
इस बार 4 फीट बर्फ काटकर रास्ता बनाया गया है.संगम से लेकर मंदिर परिसर तक. इस बार कोरोना संक्रमण काल के चलते लॉक डाउन चल रहा है। इसलिए एहतियातन श्रद्धालु को अनुमति नहीं दी गयी है दर्शन के लिए.चारधाम यात्रा के गंतोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट खुल चुके हैं. अब 15 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे.
पुजारी द्वारा अराध्य का श्रृंगार किया जाता है. इसके बाद उनकी अलग-अलग आरती कर भोग लगाया जाता है. बताया जाता है कि भगवान भैरवनाथ से बाबा केदार की यात्रा के सकुशल संचालन व सुख-समृद्धि की मनौति मांगी जाती है. वे, पूरे क्षेत्र के क्षेत्रपाल हैं, इसलिए सर्वप्रथम उनका आह्वान किया जाता है पूजा में.धाम की पूजाएं ये होती हैं ये-धाम में पूजाओं के क्रम में प्रात:कालिक पूजा, महाभिषेक पूजा, अभिषेक, लघु रुद्राभिषेक, षोडशोपचार पूजन, अष्टोपचार पूजन, सम्पूर्ण आरती, पाण्डव पूजा, गणेश पूजा, श्री भैरव पूजा, पार्वती जी की पूजा, शिव सहस्त्रनाम आदि प्रमुख हैं.
इस बार 4 फीट बर्फ काटकर रास्ता बनाया गया है.संगम से लेकर मंदिर परिसर तक. इस बार कोरोना संक्रमण काल के चलते लॉक डाउन चल रहा है। इसलिए एहतियातन श्रद्धालु को अनुमति नहीं दी गयी है दर्शन के लिए.चारधाम यात्रा के गंतोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट खुल चुके हैं. अब 15 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे.
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