- आल्प्स पर्वत को तिरंगे से रंग स्विट्जरलैंड ने की भारत की प्रशंसा
- मशहूर लाइट आर्टिस्ट गेरी हॉफस्टेटर ने 14,690 फीट के पहाड़ को तिरंगे की रोशनी से रंगा
नई दिल्ली : आल्प्स पर्वत जो सुन्दर देश स्विट्जरलैंड में है. हर पर्यटक का सपना होता है इस आल्प्स पर्वत की सैर करें l इस पर्वत पर पर चमका तिरंगा l जैसे ही पर्वंत पर तिरंगा चमका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिक्रिया आई l वे ट्वीट कर बोले- इनसानियत की जीत होगी. वर्तमान में कोरोना वायरस के चपेट में पूरी दुनिया है. लोगों की मौत हो रही है एक-एक कर के. मानवता एक तरह से खतरे में है. क्योँकि न कोई दवा बन पायी है. इसका इलाज किसी के पास नहीं है अभी. हमारे देश में भी लॉकडाउन चल रहा है. हर कोई घर में कैद है. लेकिन भारत ने जो कदम उठाये हैं उसकी चौतरफ़ा तारीफ हो रही है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष जैसे संगठन भी तारीफ कर चुके हैं भारत की. ऐसे में स्विट्जरलैंड ने भी भारत की प्रशंसा की है, लेकिन स्विट्जरलैंड ने प्रशासन करने का अलग तरीका ढूँढा. स्विट्जरलैंड ने भारतीय राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे की रोशनी की आल्प्स के मैटरहॉर्न पर्वत पर बिखेरी. ऐसा करके सन्देश दिया है स्विट्जरलैंड ने. यह रौशनी जो दिखाई पर्वत पर तिरंगे के रूप में स्विजट्जरलैंड ने कोरोना महामारी से जीतने की उम्मीद और जज्बे का एक तरह से संदेश दिया है.
इंडियन एम्बैसी ने तस्वीर को ट्विटर पर साझा किया है. दूसरी तरफ जैसे ही ट्विटर पर साझा की गयी तस्वीर प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस तस्वीर को रीट्वीट करते हुए कहा मानवता निश्चित रूप से इस महामारी से जीतेगी. मशहूर लाइट आर्टिस्ट गेरी हॉफस्टेटर ने 14,690 फीट के पहाड़ को तिरंगे के आकार में रोशनी दी. बता दें कि इस पहाड़ पर 24 मार्च से कोरोना महामारी के खिलाफ दुनिया की एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए हर दिन अलग-अलग देशों के झंडों को दर्शाती हुई रोशनी की जाती है. बुधवार से लगातार इस पहाड़ पर स्विट्जरलैंड, अमेरिका, ब्रिटेन, इटली और स्विस क्षेत्र टिसिनो के झंडों को दर्शाती हुई रोशनी की जा चुकी है.
गेरी हॉफस्टेटर ने बताया कि प्रकाश का मतलब आशा और उम्मीद होता है. कोरोना वायरस से स्विट्जरलैंड भी पीड़ित है. हजारों संक्रमित हो चुके हैं. 400 से ज्यादा लोगों की मौतें हो चुकी हैं. सरकार ने होटल, स्कूल, बार, रेस्तरां और गैर जरूरी चीजों की दुकानें बंद हैं. लोगों को सख्त हिदायत है वे सोशल डिस्टैन्सिंग और मास्क लगा कर रहें. अधिक से अधिक घर में रहें.बाहर जरुरी चीजों के लिए निकलें वह भी सोशल डिस्टेंसिंग के माध्यम से .
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