नफरत और प्यार का भी समय होता है...इंसान जिंदगी में बहुत कुछ करता है,कुछ वो याद कर पता है, रख पता है और कुछ वो ऐसे भूल जाता है की जैसे उसने कभी किया ही नही हो, फ़िर भी कई बार इंसान पता होते हुए भी गलती कर बैठता है, और भागता रहता है भीड़ भरे दुनिया में,उसे ये नही पता होता है की हर काम का समय होता है...
बाइबल में भी कहा गया है...
हर काम का मौसम होता है...
हर काम स्वर्ग में तय होता है ,
जीने का और मरने का समय होता है,
बोने का और काटने का भी समय होता है,
ढहाने और बनाने का समय होता है,
रोने और हसने का भी समय होता है,
नाचने और शोक का भी समय होता है,
पत्थर और समेटने का समय होता है,
हताशा का और आशा का समय होता है,
रखने का और फैंकने का समय होता है,
आन्शुऊ का भी और संभलने का भी समय होता है,
रहने का और खुल के कहने का समय होता है,
नफरत का और प्यार भी समय होता है......
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