२३ अगस्त और २४ अगस्त को दो बड़ी ख़बरें भारत के साथ अन्यदा देशों में भी चर्चा की केंद्र बिंदु रही...हर सख्स के जबान, और ज़हन पर छायी रही....जैसे ही लोगों ने टेलिविज़न चैनल खोले और सुबह का अखबार उठाया तो देखा की दो सुन्दरियौं ने अपने देश का नाम दो अलग-अलग अंदाज में रोशन किया....एक ने चोरी कर और दुसरे ने हुश्न की मल्लिका बन कर....पर दोनू ही सुंदरियां मैक्सिको जैसे रंगीले,चटकीले और उदार देश की रहने वाली थी....एक बनी मिस यूनिवर्स दूसरी बन बैठी शातिर हीरा चोर ...एक ने हीरे चोरी कर नाम कमाया दूसरी ने सुन्दरता और दिमाग के साथ दुनिया में अपना लोहा मनवाया...खैर....हीरे चोरी वाली मजेदार बात लगती है...इसलिए इस पर बात करते हैं....
औधोगिक नगरी मुंबई में पर्दर्शनी चल रही थी.....वो भी गोरे गाँव मेन...मुंबई होंक-कोंग की कंपनी के हीरे थे..बेचारे बेचने के लिए और दिखाने के लिए लाये थे यहाँ पर......कहते हैं इंडिया में हर गली में एक चोर मिल जायेगा....वही हालत यहाँ पर भी हुई...कर दिए हीरे पार...इतनी सख्त सुरक्ष्या के बावजूद ऐसा कर पाना वो भी एक नहीं 73 डब्बे ......अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी में नुमाइश के लिए रखे गए 6.6 करोड़ रुपये कीमत के हीरे फ़िल्मी अंदाज में उड़ा डाले....सब धुवां- धुवां कर फुर्र हो गए....इन महारानी के साथ चार मुस्टंडे भी थे..वो भी दुबई में धरे गए....बताये जाते हैं अब कब इंडिया आते हैं देखना होगा....हमारी पुलिस लगी होगी अब कागज़ काले करने में....इससे बढ़िया होता उनके लिए जब वे चाहते तो बच निकलते.....अगर इंडिया से नहीं निकलते.....क्यूंकि यहाँ तो धरमशाला है न?....जो भी आये स्वागत है....मेहमान हैं जी अपने !फिर चाहे संसद में हमला कर दे या फिर किसी बाज़ार में....मौत का मंज़र देखने को मिले ... ख़बरों के अनुसार जो पकडे गए हैं,, इनकी पहचान एलिवा ग्रिसेल (24),यही सुंदरी है..... कैंपोस मोलान एलियास (39), गोंजलेज मैडलोनैंडो (24) (तीनों मेक्सिको के) और वेनेजुएला के ग्युटिरेज ऑर्लैंडो के रूप में की गई है....पुलिस ने तलाशी के बाद सीसीटीवी कैमरों की रेकॉर्डिग में 1500 चेहरों में से इन चारों को शक के घेरे में पाया। लेकिन तब तक मेक्सिकन सुंदरी अपने तीनों साथियों के साथ नौ दो ग्यारह हो चुकी थी...यह तो हुई हीरे चोर की गाथा...
दूसरी सुंदरी सच में सुन्दर है....दिखने में,बोलने में,चलने में..वैसे मैंने नहीं देखी उसकी चाल ...लेकिन ठीक ही होगी तभी तो सुंदरी बनी है...और भी बहुत कुछ में होगी...मगर सुन्दर है चेहरे पर बिना क्रीम पावडर पोते इसमें नो शक !.....वो इसलिए क्यूंकि दिमागी प्रश्न सायद इसमें काफी कुछ अहमियत रखता है....खैर अय्याश शहर के नाम से जाने वाला नवेदा...लास वेगास में हुए रंगारंग समारोह में मेक्सिको की जिमेना नवारेत्ती के सर में छोटा सा मुकुट रख दिया गया...और बन बैठी मिस यूनिवर्स ! वहीं मिस जमैका, येंदी फिलिप्स को फर्स्ट रनरअप और मिस ऑस्ट्रेलिया, जेसिनता कैम्पबेल को सेकंड रनरअप चुना गया है....मतलब दूसरी और तीसरी....! हमारे मुल्क की भी एक सुंदरी गई थी...सायद विदेशी पानी राज नहीं आया...और पंद्रह सुन्दरियौं में भी जगह नहीं बना पाई...अब उसके लिए मुश्किल यह है कि नाटकों में रोल मिल पाते हैं या नहीं ....कुल मिलाकर दो सुंदरी दोनू मक्सिको की....फर्क सिर्फ इतना है एक सुंदरी जेल में क़ैद में और दूसरी ब्रह्माण्ड में घूमेगी.......!
1 टिप्पणी:
sunadrian sach main kaam sundrian wala hi kar gai ek dil chura sakti hai to dusari ne to hire hi uda liye.lekin ek baat hai aurat jaat hai ki chahe to kuchh bhi kar de iski samajh koi nahi rakh sakta ke asl main sundari ke dil main hai kya?rahi baat aapke lekh ki to bhai sundariyon ki sajavat achhi di hai.kher maja chorni ki kartoot pad kar aya.kyonki chatpati baat bhartiyon ko chatpate khane ki tarh achhi lagti hai.main apke is lekh ko apne facebook aur twitter main daal raha hun.
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