रविवार, 22 मार्च 2020

जनता का कर्फ्यू: तीर्थ नगरी ऋषिकेश वीरान, सुनसान।

ऋषिकेश में सड़कों से गाड़ियां नदारद, कोरोना के खिलाफ दिखी एकजुट.
कोई आवाजाही नहीं..कोई परछाई नहीं...जनता का कर्फ्यू सफल.

ऋषिकेश : कहते हैं सभ्यता नदी किनारे बस्ती है. ऐसे में तीर्थ नगरी ऋषिकेश गंगा नदी किनारे बसा है. आज शहर वीरान दिखा. जनता के लिए, जनता के द्वारा जनता का कर्फ्यू तीर्थ नगरी में पूरी तरह सफल रहा। ऋषिकेश के लोगों ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अपने आप को सरकार के साथ रखा. लोग सुबह से अपने घरों में रहे. कोई बाहर नहीं निकला. लोगों ने प्रधाननंत्री मोदी के अपील को गंभीरता से लिया और पूरा साथ दिया. कोरोना वायरस से निजात पाने के लिए लोग अपने घरों में सुबह से दुबके रहे। सड़कें वीरान, मोहल्ले खामोश, दुकाने बंद रहीं. सड़कों पर इक्का-दुक्का गाड़ियां चल रही थी वो भी पुलिस की और एमरजेंसी सेवाएं वाली जैसे एम्बुलेंस इत्यादि. ऐसा  लगा  जैसे शहर सो गया है आज. लेकिन कोरोना जैसी महामारी से निजात पाने के लिए लोगों ने सरकार की बात मानी. प्रधानमंत्री मोदी ने एक आह्वान किया और लोगों ने समझदारी से उसे माना. यह एक लोकतांत्रिक देश के सभ्य लोगों की निशानी है. इससे एक बात साबित हो गयी है आने वाले दिनों में बड़ी चुनौती का सामना करने के लिए देश तैयार है. यही एकता और समझदारी हमें विश्व के देशों से अलग स्थान पर रखती है. जो बहुत कम देशों में देखने को मिलती है.

शहर में कहाँ-कहाँ वीरानी रही.
बैराज रोड, AIIMS  चौराहा ,नटराज चौक, रेलवे रोड, तिलक रोड , पंजाबी मोहल्ला, शिवाजी नगर, बापू ग्राम, कोयल घाटी, त्रिवेणीघाट रोड, हरिद्वार-ऋषिकेश मुख्य रोड, श्याम बाय पास, गुमानी वाला,सिटी गेट IDPL, चंद्रभागा  पुल, बस अड्डा वाली सड़क, देहरादून रोड, घंटाघर रोड, भारत मंदिर रोड, कैलाश गेट, रामझूला, लक्ष्मण झूला, ब्यासी, रानीपोखरी इत्यादि जगहों पर सुनसानी रही. दिन में अधिकतर लोग अपने घरों में ही रहे. ब्यापारियों ने पूरा बाजार बंद रखा, कहीं कहीं पर केमिस्ट की दुकानें खुली थी वो भी इक्का दुक्का दुकान.     
बसें, रेल सब बंद रहीं.








बॉर्डर सील होने की वजह से कोई सैलानी या बाहरी राज्य का  ब्यक्ति उत्तराखण्ड में प्रवेश नहीं कर पा रहा है. ऐसे में सीमा पर चेकिंग सख्ती से हो रही है.  सरकार ने भीड़ भाड़ वाले इलाकों को सख्त हिदायत के साथ बंद करने  के  आदेश  किये  हुए  हैं.  ऐसे में गंगा नदी किनारे का शहर ऋषिकेश आज वीरानियों में सोया रहा।कोरोना को जो चुनौती देनी थी। बेशक शहर में।देश विदेश से सैकड़ों सैलानी लोग आते थे लेकिन आज कोई नहीं दिखा. सड़कें,गालियां वीरान रही। दिखे तो कहीं पर सिर्फ जानवर वो भी आवारा जानवर ।  कहीं कहीं पुलिस दिखी वो भी अनाउंसमेंट करती दिखी। कोई एक दो वाहन दिखे तो उनसे पूछताछ करती दिखी। कोरोना का कहर विश्व भर में जारी है। इटली में कल एक दिन 800 लोगों की जान ले चुका है।ऐसे में भारत में लोग सहमे हुए हैं। कई देशों को अपनी चपेट में ले चुका है यह वायरस.लिहाजा, आज जनता का कर्फ्यू ,जनता के लिए,जनता के द्वारा पूरी तरह सफल रहा. आखिर कोरोना जैसे लाइलाज बिमारी जो एक महामारी का रूप ले चुकी है और अब उससे निजात पाना है.

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